How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good sidh kunjika
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
यस्तु कुञ्जिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें more info तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।। । इतिश्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वती संवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।